#कर्म-फल।

….!! उत्‍तम विचार !!…..
प्रभु न दंड देते है, प्रभु न माफ करते है,
वह तो कर्म-फल के तराजू है…
जो बस इंसाफ करते है
सुख-दुख का बटन तेरे हाथ में है बन्‍दे,
तुम उसे खुद ही ऑन करते हो और ऑफ करते हो
ईश्‍चर के न्‍याय की चक्‍की धीमी जरूर चलती है
पर पीसती बहुत बारीक है।

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